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सामूहिक विवाह कार्यक्रमों को दें रचनात्मक स्वरूप – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

सामूहिक विवाह कार्यक्रमों को दें रचनात्मक स्वरूप – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivJan 7, 20253 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सामूहिक…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सरगुजा सांसद और सरगुजा संभाग के सभी विधायकों की ली बड़ी बैठक

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सरगुजा सांसद और सरगुजा संभाग के सभी विधायकों की ली बड़ी बैठक

ShivJan 7, 20252 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में…

शिक्षा विभाग ट्रांसफर: शिक्षा विभाग ने प्रशासनिक आधार पर किया तबादला

शिक्षा विभाग ट्रांसफर: शिक्षा विभाग ने प्रशासनिक आधार पर किया तबादला

ShivJan 7, 20251 min read

रायपुर। शिक्षा विभाग में तबादलों का दौर जारी है। शिक्षक,…

January 8, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा, कहा – लाल किले से वन नेशन वन इलेक्शन की घोषणा करते हैं और अलग-अलग कराते हैं चुनाव…पंचायत चुनाव का क्या होगा…

रायपुर।  छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है. वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर सदन में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को लाल किला से भाषण देते समय वन नेशन वन इलेक्शन बोल तो देते हैं और 16 अगस्त होते ही चुनाव अलग-अलग करवाते हैं, जबकि पिछले समय हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव एक साथ हुए थे. चार राज्यों के चुनाव में उसे आपने नहीं कराया और यह वन नेशन वन इलेक्शन की बात कैसे कर लेते हैं. मान लो कोई सरकार बीच में गिर गई तो कैसे होगा, पंचायत चुनाव का क्या होगा.

प्रियंका गांधी के बैग को लेकर सोमवार को सदन में हंगामा हुआ. इस पर भूपेश बघेल ने कहा, 16 दिसंबर को विजय दिवस था, लेकिन इस पर चर्चा नहीं हुई. पाकिस्तान के 93000 पाकिस्तानी सेना ने सरेंडर किया. इसका उल्लेख सदन में नहीं हुआ. बैग की चर्चा हुई, जिन जवानों ने शहादत दी उनको कोई याद नहीं किया. एक बैग की चर्चा कर रहे हैं, ये मुद्दे से ध्यान हटाना चाहते हैं.

बिना स्वीकृति, बिना टेंडर के बन रहा पुल-पुलिया : बघेल

सदन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार किस तरीके से काम कर रही है, यह कवासी लखमा के बयान से स्पष्ट हो जाता है. बिना स्वीकृति के बिना टेंडर के पुल पुलिया का निर्माण हो जाता है और इसे PHE मंत्री अरुण साव ने स्वीकार किया है. दो ठेकेदार को बुलाकर बिना टेंडर के काम दे दिया गया. आचार संहिता भी लागू थी तो यह सीधा-सीधा आचार संहिता उल्लंघन का मामला बनता है.