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“संकल्प से सिद्धि तक” एक भारत, श्रेष्ठ भारत के निर्माण को समर्पित अभियान: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

“संकल्प से सिद्धि तक” एक भारत, श्रेष्ठ भारत के निर्माण को समर्पित अभियान: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

ShivJun 7, 20253 min read

रायपुर।  कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति और कश्मीर के प्रति इसके भ्रमित…

नशे में धुत कार चालक ने लोगों को रौंदा, 1 की मौके पर ही मौत, 3 की हालात गंभीर…

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ShivJun 7, 20251 min read

बिलासपुर। तोरवा थाना क्षेत्र के दर्रीघाट के पास एक नशे में…

जशपुर पुलिस ने 48 घंटे में किया मोटरसाइकिल चोर गिरोह का पर्दाफाश

जशपुर पुलिस ने 48 घंटे में किया मोटरसाइकिल चोर गिरोह का पर्दाफाश

ShivJun 7, 20252 min read

जशपुर। जिले में हाल ही में लगातार हो रही मोटरसाइकिल…

खात्मे की ओर नक्सलवाद : नेशनल पार्क इलाके में 7 माओवादी ढेर, 2 बड़े नक्सली लीडर भी मारे गए

खात्मे की ओर नक्सलवाद : नेशनल पार्क इलाके में 7 माओवादी ढेर, 2 बड़े नक्सली लीडर भी मारे गए

ShivJun 7, 20252 min read

बीजापुर।  नेशनल पार्क इलाके में लगातार तीसरे दिन नक्सलियों के…

CM साय के क्षेत्र में यातायात नियम तोड़ना पुलिस वालों को पड़ा भारी, 12 अधिकारी-कर्मचारियों का कटा चालान…

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ShivJun 7, 20251 min read

जशपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के क्षेत्र जशपुर में यातायात नियमों…

June 7, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति स्थगित, चयन प्रक्रिया पर उठे थे सवाल, कृषि मंत्री को शिकायत के बाद फैसला

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्तियां स्थगित कर दी गयी है। महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में पिछले दिनों 35 पदों पर भर्तियां की गयी थी। इन भर्तियों को लेकर कई शिकायतें थी। ABVP की तरफ से भी कृषि मंत्री को शिकायत की गयी थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने फिलहाल नियुक्तियों को स्थगित करने का आदेश दिया है। एबीवीपी कृषि आयाम के प्रदेश संयोजक निखिल तिवारी ने बताया कि अपनी शिकायत में कहा था कि सहायक प्राध्यापक की भर्ती में जो मापदंड तय किये गये हैं, उससे कई अभ्यर्थियों का अहित हुआ। स्कोर बोर्ड के लिए जो नियम हैं, उसमें पीएचडी के विद्यार्थियों को 24 नवंबर, नेट उत्तीर्ण को 10 नंबर दिये जाने का प्रावधान है। लेकिन इस नियम को स्कोर बोर्ड से हटाकर पीएचडी, नेट और एमएससी के बराबर कर दिया गया है। इसका नुकसान ये हुआ कि एमएससी और पीएचडी के विद्यार्थी समकक्ष हो गये। सहायक प्राध्यापकों की भर्ती में कई एमएससी स्टूडेंट चयनित हुए, जबकि कई पीएचडी मेरिट में आने के बाद भी चयन से वंचित रह गये।शिकायत के बावजूद चयन सूची जारी कर दी गयी। कृषि मंत्री को की गयी शिकायत के बाद अब नियुक्ति को स्थगित करने का आदेश दिया गया है।