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अटल निर्माण वर्ष में सुशासन की नई ऊंचाइयां छूने को तैयार छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

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ShivJun 8, 20254 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में…

अंतर्राष्ट्रीय समपार (फाटक) दिवस के अवसर पर चलाया जा रहा है सघन जागरुकता अभियान

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ShivJun 8, 20252 min read

रायपुर। अंतर्राष्ट्रीय समपार फाटक जागरूकता दिवस के अवसर पर दिनांक…

भाजपा नेत्री ने दिखायी दबंगई, सरेराह किसान को पीटा, जमकर बरसाये लात-घूंसे…

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ShivJun 8, 20251 min read

कोरबा। भाजपा नेत्री का मारपीट करते हुए एक वीडियो सोशल…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को मुस्लिम समाज ने दी ईदुल अज़हा की बधाई

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ShivJun 8, 20251 min read

रायपुर। मुस्लिम समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आईआईएम रायपुर परिसर में किया सुशासन वाटिका का शुभारंभ

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ShivJun 8, 20252 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज यहां भारतीय प्रबंध…

June 8, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

तीर्थ दर्शन कर लौट रहे बुजुर्ग यात्री की ट्रेन में बिगड़ी तबियत, 2 घंटे तक नहीं मिला इलाज, रेलवे स्टेशन में तोड़ा दम

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही।  मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत यात्रा कर रहे गौरेला निवासी कन्हैया लाल राठौर की तबियत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार “मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना” के तहत में पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर दर्शन करा रही है। कन्हैया लाल राठौर अपनी पत्नी के साथ योजना के तहत तीर्थ दर्शन करने निकले थे। लेकिन वह घर वापस नहीं लौट सके। 

जानकारी के मुताबिक, तीर्थ धामों के दर्शन की यात्रा से लौटने के दौरान गौरेला के लालपुर निवासी कन्हैया लाल की ट्रेन में ही तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें झारसुगुड़ा स्टेशन में उतारा गया। उनकी पत्नी भी रेलवे स्टेशन में उतरी, उनकी निगाहें डॉक्टरों को तलाशती रही। उन्होंने आसपास लोगों से मदद की भी गुहार लगाई। लगभग 2 घंटे बीत जाने के बाद भी इलाज नहीं मिल सका, जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई। 

मृतक के परिजन सरकार से मुआवजा के साथ दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे है। वहीं अन्य तीर्थ यात्रियों नें प्रशासन से यात्रा के दौरान एक काबिल डॉक्टर साथ में भेजने का अनुरोध किया है। बता दें कि 17, 18 और 19 अप्रैल को पुरी, कोणार्क और लिंगराज दर्शन के लिए यात्रियों का जत्था बिलासपुर से रवाना किया गया था। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के 135 दर्शनार्थी वापस हो रहे थे। इस यात्रा में करीब 300 वरिष्ठ नागरिक शामिल थे।