Special Story

छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति पर उप मुख्यमंत्री साव ने बताया, सभी स्टैक होल्टर से की गई है चर्चा…

छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति पर उप मुख्यमंत्री साव ने बताया, सभी स्टैक होल्टर से की गई है चर्चा…

ShivNov 16, 20242 min read

रायपुर। सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रही छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक…

November 16, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

Home » भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने की शीघ्र बने कार्य योजना : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने की शीघ्र बने कार्य योजना : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए समाधाननिकालने के हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पहले भवन तैयार करने का कार्य हो फिर झुग्गियों को खाली कराया जाये ताकि लोगों को परेशानी न हो। इस महती कार्य में जन-प्रतिनिधियों से भी समन्वय हो। झुग्गी मुक्त करने के लिए अक्टूबर तक निविदा पूरी कर कार्य शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सड़कों के स्वीकृत कार्य समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो सड़कें अधूरी हैं, उन्हें जल्द पूरा करें। सड़कों की निविदा प्रक्रिया होने के बाद अवार्ड समय पर पारित हों। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में भोपाल के विकास संबंधी कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने की तैयारियों की जानकारी भी ली। कलेक्टर भोपाल ने विकास कार्यों संबंधी प्रेजेंटेशन दिया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने के उद्देश्य से आगामी 25 वर्षों के प्लान को ध्यान में रखकर इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य पूरे किये जायें। भोपाल मेट्रोपोलिटन विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित कार्यों के अंतर्गत रायसेन, मंडीदीप, सलामतपुर और सांची तक का क्षेत्र, राजगढ़ तथा पीलुखेड़ी क्षेत्र, बैरसिया तथा सूखी सेवनिया क्षेत्र के विकास के लिए कार्ययोजना बेहतर ढंग से तैयार की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल शहर सहित जिले के अन्य स्थानों पर फ्लाई-ओवर का निर्माण कार्य जल्द पूरा हो। भोपाल में बड़े तालाब का स्वरूप प्रभावित हुए बगैर एलिवेटेड कॉरिडोर का प्लान तैयार करें। सीएम राइज स्कूलों का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अस्पतालों के भवन निर्माण समय पर किये जाये। अृमत योजना के कार्यों को निर्धारित कार्ययोजना के तहत पूरा करें। आदमपुर बायो-सीएनजी प्लांट का कार्य और कचरे का निष्पादन आधुनिक तकनीक से पूरा हो। जिले में सीवेज, जल व तालाबों का पुनरोत्थान कार्य के लिए लगभग 1522 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिली है।

 सरकारी भवनों में सोलर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करें

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकारी भवनों में सोलर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करें। इस संबंध में अभियान चलाकर भोपाल को आदर्श बनायें। लोगों को प्रेरित किया जाएं, जिससे घरों की छतों पर सोलर पैनल अधिक संख्या में लग सकें। मेट्रो रेल परियोजना के कार्य चरणबद्ध ढंग से पूरे किये जायें। उन्होंने वंदे मेट्रो का प्लान भी तैयार करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पुलिस विभाग की आवश्यकताओं के लिए समग्र प्लान बनायें। राजधानी को विकसित करने और ट्रैफिक का प्लान भी बेहतर रूप से बनाया जाये। हाउसिंग बोर्ड, भोपाल विकास प्राधिकरण और स्मार्ट सिटी द्वारा भोपाल के विकास के लिए 25 साल का प्लान तैयार किया जाये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि उद्योगों और रोजगार के लिए प्रभावी कार्य हो और नीति निवेश के लिए अन्य राज्यों का अध्ययन भी किया जाये।

सड़कों के विकास कार्य

बैठक में बताया गया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग (कोलार) का निर्माण कार्य 305 करोड़ रुपए की राशि से अक्टूबर 2024 तक पूर्ण करना है। इसका 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। कलियासोत डेम से न्यू बायपास मार्ग का कार्य 49. 50 करोड़ रुपए से अक्टूबर 2024 तक पूर्ण किया जाना है, जिसका 99 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। भोपाल शहर में 42 करोड़ रूपये की लागत से भदभदा-बिलकिसगंज रोड दिसम्बर 2024 तक पूर्ण किया जाना है, जिसकी लंबाई 6 से 13 कि.मी. तक है। इस रोड का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। पिपलानी बी-सेक्टर खजूरीकलां होते हुए नया बायपास तक फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य 25.44 करोड़ रुपए में मार्च 2025 तक पूर्ण होना है, जिसका 45 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी तरह भोपाल चिकलोद मार्ग पर 11 मील चौराहे से बंगरसिया तक 2 लेन से 4 लेन करने का उन्नयन कार्य 49 करोड़ रुपए से दिसम्बर 2025 तक पूर्ण होना है, जिसका 0.50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। इसी तरह सीपीए-2 विभाग के तहत एम.जी.एम. स्कूल से बायपास को जोड़ने वाले मार्ग का निर्माण 9.39 करोड़ रुपए में दिसम्बर 2025 तक पूर्ण होना है, जिसका कार्य प्रगति पर है।