Special Story

छत्तीसगढ़ में गैर संचारी रोग के ईलाज में आभा आईडी है वरदान

छत्तीसगढ़ में गैर संचारी रोग के ईलाज में आभा आईडी है वरदान

ShivApr 18, 20252 min read

रायपुर।    छत्तीसगढ़ राज्य में अब गैर संचारी रोग (नॉन-कम्युनिकेबल…

थाने से भागा अंतरराज्यीय तस्कर, SSP ने चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन अटैच

थाने से भागा अंतरराज्यीय तस्कर, SSP ने चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन अटैच

ShivApr 18, 20251 min read

रायपुर। हेरोइन चिट्टा की तस्करी के मामले में गिरफ्तार अंतर्राज्यीय…

April 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

अंबुजा सीमेंट की खदान विस्तार योजना: ग्रामीणों ने किया समर्थन, रोजगार और विकास को मिलेगा नया आयाम…

बलौदाबाजार।     अंबुजा सीमेंट की चुना पत्थर खदान के विस्तार के लिए पर्यावरण स्वीकृति संबंधी जनसुनवाई सोमवार को ग्राम मोपर के शासकीय हाई स्कूल में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई. इस जनसुनवाई में उपस्थित 99% ग्रामीणों ने परियोजना का समर्थन किया. स्थानीय लोगों ने इसे रोजगार, बुनियादी ढांचे और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली पहल के रूप में सराहा. जनसुनवाई का संचालन अतिरिक्त जिला कलेक्टर बलौदाबाजार, दीप्ति गौते और भाटापारा के अतिरिक्त जिला कलेक्टरअभिषेक गुप्ता, साथ ही क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारीपी. के. रबड़े की उपस्थिति में किया गया. इसमें सैकड़ों स्थानीय निवासी, समुदायिक प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए.

परियोजना विस्तार का विवरण

जनसुनवाई में प्रस्तुत पर्यावरणीय प्रभाव आंकलन रिपोर्ट और पर्यावरण प्रबंधन योजना के अनुसार, खदान की उत्पादन क्षमता को 2 मिलियन टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 6.3 मिलियन टन प्रति वर्ष करने का प्रस्ताव है. यह खदान विस्तार बोईरडीह, कर्मडीह, मालदी, मोपर और देवरानी क्षेत्रों में होगा, जो कुल 553.656 हेक्टेयर में फैला है.

इसके तहत मौजूदा क्रशर के साथ एक नया 1800 टन प्रति घंटा क्षमता का क्रशर स्थापित किया जाएगा, जिससे कुल उत्खनन क्षमता 11.02 मिलियन टन प्रति वर्ष तक पहुंच जाएगी.

स्थानीय समुदाय का समर्थन

महिलाओं ने अंबुजा फाउंडेशन द्वारा संचालित स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों की सराहना की, वहीं युवाओं और बुजुर्गों ने रोजगार और प्रशिक्षण के अवसरों के बढ़ने की उम्मीद जताई.

माइन्स हेड का बयान

अंबुजा सीमेंट के माइन्स हेड, मनोज शंकर सिंह ने जनसुनवाई के दौरान बताया कि इस परियोजना से खदान के आस-पास के गांवों में युवाओं के लिए रोजगार और कौशल विकास के नए अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि कंपनी ई-वाहन मरम्मत, तकनीकी प्रशिक्षण और रोजगारोन्मुख कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित करेगी.

इसके साथ ही महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के माध्यम से आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा.

अंबुजा सीमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

इस अवसर पर अंबुजा सीमेंट लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारीप्रतीक पांडेय (हेड, कॉर्पोरेट अफेयर्स),वैभव दीक्षित (सीएमओ),मनोज शंकर सिंह (माइंस हेड) औरपुष्कर चौधरी (एचआर हेड) सहित एचआर, एडमिन, सीएसआर, लैंड और लाइजन टीम के सदस्य भी उपस्थित थे. अधिकारियों ने परियोजना के लाभ और कंपनी की सामाजिक और पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

पर्यावरण संरक्षण की पहल

पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए कंपनी 238.97 हेक्टेयर क्षेत्र का 34.8% हिस्सा ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित करेगी, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार और जैव विविधता को बढ़ावा मिलेगा.

समग्र ग्रामीण विकास में योगदान

अंबुजा फाउंडेशन पिछले दो दशकों से आसपास के 13 गांवों में जल प्रबंधन, महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में कार्य कर रही है. अब तक इन पहलों से 26,000 से अधिक लोग लाभान्वित हो चुके हैं.

स्थानीय समुदाय और प्रशासन की उम्मीदें

इस सफल जनसुनवाई ने स्थानीय समुदाय और प्रशासन को परियोजना के शीघ्र क्रियान्वयन की दिशा में आश्वस्त किया है. इस पहल से क्षेत्र का समग्र विकास और समृद्धि सुनिश्चित होगी.