महाकुंभ में अमृत स्नान का अद्भुत नजाराः 3 मठों के शंकराचार्य ने एक साथ किया गंगा स्नान, जानिए डुबकी लगाते वक्त क्या कहा?
प्रयागराज। महाकुंभ में मौनी अमावस्या का अमृत स्नान का सिलसिला जारी है. महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है. अब तक 5.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. मौनी अमावस्या पर ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद, श्रृंगेरीपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी विधुशेखर भारती महाराज और द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती महाराज ने एक साथ संगम में डुबकी लगाई.
बता दें कि त्रिवेणी संगम में स्नान के दौरान तीनों शंकराचार्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति का आज सर्वश्रेष्ठ पर्व है. हम लोगों को त्रिवेणी संगम में स्नान कर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति हो रही है. साथ ही शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि तीन पीठ के शंकराचार्यों ने आज यहां पवित्र स्नान किया. वहीं भगदड़ को लेकर उन्होंने कहा कि कल देर रात हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और सभी दुखी हैं. हमें सतर्क रहना चाहिए कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो.
45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना
महाकुंभ में इस बार 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में स्नान करने का अनुमान है. हर 12 साल बाद लगने वाले इस कुंभ में 144 साल बाद खास संयोग बन रहा है, क्योंकि अब तक 12 कुंभ पूरे हो चुके हैं. इसी वजह से इसे महाकुंभ कहा जा रहा है और इसमें आने वाला श्रद्धालुओं की संख्या पहले के किसी भी कुंभ से ज्यादा है. ऐसे में कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती के लिए यूपी सरकार ने हाईटेक उपकरणों का सहारा लिया है और इस बार AI बेस्ड कैमरे की मदद से लोगों की गिनती की जा रही है.