Special Story

शिक्षा को अपनाए और नशे से दूर रहें: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

शिक्षा को अपनाए और नशे से दूर रहें: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivApr 10, 20253 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज महासमुंद जिले के खल्लारी…

प्रदेश-व्यापी सुशासन तिहार: तीन दिन में मिले तीन लाख से अधिक आवेदन, गांव-गांव, शहर-शहर में लगी समाधान पेटियां

प्रदेश-व्यापी सुशासन तिहार: तीन दिन में मिले तीन लाख से अधिक आवेदन, गांव-गांव, शहर-शहर में लगी समाधान पेटियां

ShivApr 10, 20253 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में जनता-जनार्दन…

समाज की गौरवशाली विरासत को संजोए रखने की जरूरत : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

समाज की गौरवशाली विरासत को संजोए रखने की जरूरत : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivApr 10, 20254 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज धमतरी जिले के…

April 10, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस में भीतरघात का आरोप, ब्लॉक अध्यक्ष का पत्र हुआ वायरल

रायपुर।  कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर जारी बैठकों के बीच भितरघात के आरोपों ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. राजधानी रायपुर में अरविंद दिक्षित ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष नवीन चंद्राकर ने पीसीसी अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर भितरघातियों की दावेदारी पर विचार न करने का आग्रह किया है. इस पत्र के बाद कांग्रेस में खलबली मच गई है.

नवीन चंद्राकर ने अपने पत्र में आरोप लगाते हुए लिखा कि 2019 में सदर बाजार वार्ड से उनकी पत्नी दीपा चंद्राकर को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पूर्व पार्षद मनोज कंदोई ने भितरघात किया था. ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने पीसीसी अध्यक्ष से साफ तौर पर कहा कि मनोज कंदोई और सतीश जैन को इस बार प्रत्याशी न बनाया जाए. साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इन दोनों के अलावा किसी और को प्रत्याशी बनाया गया, तो उसे जीत दिलाना उनकी जिम्मेदारी होगी.

नवीन चंद्राकर ने पत्र में यह आरोप भी लगाया कि 2019 में टिकट नहीं मिलने पर मनोज कंदोई ने भाजपा के एक वरिष्ठ नेता से मिलकर अपनी बहू को बीजेपी की टिकट दिलवाकर कांग्रेस प्रत्याशी को हरवा दिया. इसके अलावा, चंद्राकर ने यह भी कहा कि हर चुनाव में ये लोग पर्दे के पीछे भाजपा के वरिष्ठ नेता के लिए काम करते हैं और कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ साजिश रचते हैं. इस पत्र के बाद से कांग्रेस में भितरघात और पार्टी के भीतर की राजनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं.