Special Story

विजय जुलूस में नारेबाजी करना पड़ा महंगा, पंचायत सचिव निलंबित

विजय जुलूस में नारेबाजी करना पड़ा महंगा, पंचायत सचिव निलंबित

ShivFeb 23, 20251 min read

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। गौरेला ब्लॉक के तरई गांव में पदस्थ ग्राम पंचायत सचिव…

बाल संप्रेक्षण गृह से फरार हुए 3 नाबालिग, मचा हड़कंप

बाल संप्रेक्षण गृह से फरार हुए 3 नाबालिग, मचा हड़कंप

ShivFeb 23, 20251 min read

अंबिकापुर।   छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में बाल संप्रेषण गृह की सुरक्षा में…

चुनाव ड्यूटी में शराब के नशे में पकड़ाया पुलिसकर्मी, एसपी ने किया सस्पेंड

चुनाव ड्यूटी में शराब के नशे में पकड़ाया पुलिसकर्मी, एसपी ने किया सस्पेंड

ShivFeb 23, 20251 min read

कोरबा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में तैनात मतदानकर्मियों के शराब के नशे…

डॉ.दिनेश मिश्र ने चंडीगढ़ में सामाजिक कुरीतियों के  खिलाफ छेड़ा अभियान

डॉ.दिनेश मिश्र ने चंडीगढ़ में सामाजिक कुरीतियों के  खिलाफ छेड़ा अभियान

ShivFeb 23, 20251 min read

रायपुर।  अंधश्रद्धा  निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने पंजाब प्रवास में पंजाब हरियाणा के सामाजिक कार्यकर्ताओं से…

चैंपियंस ट्रॉफी: भारतीय टीम की जीत को लेकर बाबा महाकाल व सिद्धिविनायक मंदिर में की पूजा अर्चना

चैंपियंस ट्रॉफी: भारतीय टीम की जीत को लेकर बाबा महाकाल व सिद्धिविनायक मंदिर में की पूजा अर्चना

ShivFeb 23, 20251 min read

उज्जैन। चैम्पियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश को पराजित कर भारतीय टीम का…

अब छत्तीसगढ़ के जेलों में बंद कैदियों के ‘पाप कटेंगे’!

अब छत्तीसगढ़ के जेलों में बंद कैदियों के ‘पाप कटेंगे’!

ShivFeb 23, 20251 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के जेलों में सजा काट रहे कैदी 25…

February 23, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

छत्तीसगढ़ लौटने के बाद जोगी दीपिका ने विजय शर्मा से मिलकर सुनाई आपबीती

रायपुर।   प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की त्वरित पहल से मस्कट में बंधक बनाई गई छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के खुर्सीपार निवासी जोगी दीपिका मानव तस्करों से बचकर सुरक्षित छत्तीसगढ़ पहुंच गई हैं। मुख्यमंत्री श्री साय को जब इस प्रकरण की जानकारी उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा से मिली तो उन्होंने उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा को जोगी दीपिका को भारत वापस लाने के लिए हर संभव पहल करने के निर्देश दिए थे। छत्तीसगढ़ वापस आने के बाद जोगी दीपिका ने उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ सरकार के संवेदनशील पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री साय, उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा और वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के प्रति आभार जताया।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मस्कट में बंधक बनाई गई जोगी दीपिका के मामले में ओमान स्थित इंडियन एम्बेसी से संपर्क कर जोगी दीपिका की मदद का आग्रह किया। उप मुख्यमंत्री सतत रूप से इंडियन एम्बेसी के संपर्क में रहे और लगातार अपडेट लेते रहे। इस दौरान उन्होंने दूरभाष पर मस्कट में जोगी दीपिका से बातचीत कर उन्हें भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ सरकार उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। जल्द ही उनकी छत्तीसगढ़ सुरक्षित वापसी होगी।

उप मुख्यमंत्री के लगातार प्रयासों से ओमान स्थित इंडियन एम्बेसी ने त्वरित कार्रवाई की, जिसके परिणाम स्वरूप दीपिका को सुरक्षित एम्बेसी लाया गया। इन प्रयासों का यह सुखद परिणाम रहा कि दीपिका सुरक्षित भारत पहुंची। छत्तीसगढ़ पहुंचकर जोगी दीपिका सबसे पहले उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से मिलने पहुंची और उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। जोगी दीपिका ने कहा कि आपकी मदद से ही आज मैं अपने वतन सुरक्षित लौट पाई हूँ नहीं तो मैं वहां जीवन भर बंधक ही रह जाती। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय, उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा और विधायक रिकेश सेन के प्रति आभार प्रकट किया।

उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले के निवासी जे. मुकेश ने पुलिस को आवेदन दिया था कि उनकी पत्नी जोगी दीपिका को घरेलू काम दिलाने के बहाने हैदराबाद निवासी अब्दुल्ला ने ओमान देश की राजधानी मस्कट निवासी हाफिजा के घर गत वर्ष मई 2023 में भेजा था, जहां जोगी दीपिका को बंधक बनाकर रखा गया था। दीपिका का पासपोर्ट, वीजा संबंधित सारे दस्तावेज़ भी रख लिए गए थे। उसे भारत वापस भेजने रकम की भी मांग की जा रही थी।
यह विषय जैसे ही उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के संज्ञान में आया। उन्होंने पुलिस को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मस्कट में मानव तस्करो के चंगुल से बचकर भारत पहुची जोगी दीपिका ने वैशालीनगर विधायक रिकेश सेन के साथ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई व उनके पहल व मदद के लिए आभार जताया।

गौरतलब है कि परित्राणाय साधुनाम, गीता के इस वाक्य को छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपना ध्येय वाक्य रखा है। उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा छत्तीसगढ़ में ही नहीं, छत्तीसगढ़ के बाहर विदेशों में भी फंसे लोगों की मदद के लिए पहल कर इस वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं।