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ShivJun 7, 20252 min read

रायपुर।  भारतमाला परियोजना के अंतर्गत रायपुर-विशाखापट्नम प्रस्तावित इकॉनामिक कॉरिडोर में…

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दुर्ग। जिले में हो रहे अवैध कारोबार पर नकेल कसने…

परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही पर की गई कार्रवाई, SP ने आरक्षक को किया निलंबित

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जांजगीर-चांपा। जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है जहां…

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ShivJun 7, 20251 min read

भिलाई। छत्तीसगढ़ में चाकूबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं…

June 7, 2025

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रायपुर सेंट्रल जेल में कैद अफ्रीकी बंदी ने की आत्महत्या, चार साल से ड्रग केस में था बंद…

रायपुर। रायपुर केंद्रीय जेल में कैद अफ्रीकी मूल के बंदी ने आत्महत्या कर ली है. कैदी पेट्रिक 2021 से ड्रस केस में जेल में बंद था. ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गंज थाना पुलिस मृत कैदी का पंचनामा कर रही है.

बता दें कि 2021 में ड्रग्स तस्करी करने वाले पेट्रिक यूबीके बायको को पुलिस ने मुंबई के नाला सुपोरा के मकान में छापा मारकर गिरफ्तार किया था. पेट्रिक ने रायपुर में ड्रग्स तस्करी की चेन तैयार की थी. वह अपने गिरफ्तार हुए दोस्त मुंबई के ट्रांसपोर्टर रायडेन बेथेला की मदद से राजधानी में ड्रग्स सप्लाई करता था.

रायडेन की गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस को पेट्रिक का क्लू मिला था. तब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी बेहद गोपनीय तरीके से की. पुलिस ने जब उसके मुंबई ठिकाने पर छापा मारा तब वह अकेला था. पुलिस की टीम दोस्त बनकर उसके घर में घुसी और उसे काबू में कर सीधे रायपुर ले आई. पुलिस को आशंका थी कि उसकी गिरफ्तारी का हल्ला मचने से वह अपने गैंग की मदद से कोई न कोई समस्या खड़ी कर सकता था.

टैक्सी वालों का बनाया सप्लाई गैंग

तब मीडिया को एसएसपी यादव ने बताया था कि पेट्रिक ने ऑटो और टैक्सी वालों का गैंग बनाया. वह उन्हीं के माध्यम से मुंबई में ड्रग्स ग्राहकों तक पहुंचाता है. उसके संपर्क में मुंबई के 30 से ज्यादा टैक्सी और ऑटो वाले हैं. वह उन्हें ड्रग्स का पैकेट छोड़ने के लिए कमीशन देता है. ऑटो वाले ही उसे ग्राहक लाकर देते हैं. पेट्रिक किसी से सीधा नहीं मिलता था. रायडेन की पेट्रिक से मुलाकात मुंबई के एक क्लब में हुई थी, जहां रायडेन अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने गया. वहीं से रायडेन ने पेट्रिक से ड्रग्स खरीदना शुरू किया था.