आदि शंकराचार्य की शिक्षाओं ने समाज को प्रदान की नई दिशा : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आदि शंकराचार्य जी केरल के छोटे से स्थान से मध्यप्रदेश आकर नर्मदा मैया के तट पर पहुंचे और बाल्यावस्था में परिपक्व दृष्टिकोण के साथ समाज को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया। उनकी शिक्षाओं ने धर्म और दर्शन को एक नई दिशा प्रदान की। यह शिक्षाएं और दर्शन आज भी प्रासंगिक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रयागराज महाकुंभ स्थित एकात्म धाम में शनिवार की शाम आयोजित आचार्य शंकर पर केंद्रित कथा प्रसंग कार्यक्रम में सहभागिता की। इस अवसर पर मप्र की झलकियों पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इसके पहले प्रयागराज में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज के शिविर में पहुंचकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अध्यात्म, संस्कृति और सनातन परंपराओं पर विचार-विमर्श किया। प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र स्थित एकात्म धाम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आत्मीय स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि जब हम एकात्मता की बात करते हैं तो आदि शंकराचार्य जी के संदेश का स्मरण करते हैं। एक ध्येय वाक्य है ‘यत् पिंडे-तत् ब्रह्मांडे’ अर्थात देह के अंदर ब्रह्मांड की तरह सब कुछ स्थिर है, जो शक्ति ब्रह्मांड को चला रही है वहीं देह का संचालन करती है। आचार्य शंकर ने जीवन से बढ़कर उन्होंने अपने प्रत्येक क्षण को पुरुषार्थी भाव से जी कर वर्तमान देश की सांस्कृतिक एकता और सनातन धर्म के लिए काम किया। उस काल में लिए गए सभी संकल्प, चराचर जगत में सदैव उनका अनुसरण करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रयागराज में न्यास की ओर से जितने आयोजन हो रहे हैं, उनमें मध्यप्रदेश सरकार की भूमिका रहेगी। मध्यप्रदेश सरकार न्यास के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सदैव साथ है। इन प्रयासों को तेज गति से बढ़ाने की आवश्यकता है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का नायक हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गंगा के तट पर डुबकी लगाने आए। पूरा देश कुंभ के आनंद में है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘एकात्म धाम शिविर और यहां विराजे परमपूज्य शंकर भारती महाराज, महास्वामी संस्थापक वेदांत भारती, मठाधिपति योगानंदम मठ, मैसूर के चरणों में नमन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश सरकार की ओर से विशिष्ट जन का अभिनंदन किया। उन्होंने कथा व्यासपीठ पर विराजमान परमपूज्य गोविंद देव महाराज, कोषाध्यक्ष श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र और एकात्म धाम में विराजे अन्य सभी संतों को भी नमन किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि आज भी शंकराचार्य जी सभी को आशीर्वाद दे रहे हैं। सनातन धर्म की प्रतिष्ठा से भारत की पताका उन्नत आकाश की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रयागराज में देश भर से आए श्रद्धालुओं से भी भेंट की। मध्यप्रदेश के अनेक श्रद्धालुओं ने मख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ चर्चा भी की और छायाचित्र भी खिंचवाए।