आबकारी घोटाला मामले में ACB की बड़ी कार्रवाई: पूर्व मंत्री कवासी लखमा से जुड़े 13 ठिकानों पर की छापेमारी, 19 लाख नकद और निवेश से जुड़े अहम दस्तावेज किए जब्त

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित आबकारी घोटाले की जांच के तहत आज भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की संलिप्तता सामने आने के बाद ब्यूरो ने रायपुर, जगदलपुर, अंबिकापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 13 अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापे मारे।
ब्यूरो के अनुसार, जांच में यह पाया गया कि तत्कालीन मंत्री लखमा ने आबकारी सिंडीकेट सदस्यों के साथ मिलकर उन्हें और स्वयं को अवैध आर्थिक लाभ पहुँचाया। यह जानकरी भी सामने आई है कि लखमा ने अवैध धन को अपने करीबी लोगों, मित्रों और साझेदारों के पास सुरक्षित रखवाया तथा उसका निवेश भी करवाया। इस सूचना के आधार पर ACB की 13 टीमों ने एक साथ दबिश दी।
छापेमारी के दौरान 19 लाख रुपये नकद, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बैंक खातों की जानकारी और भूमि निवेश से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि जब्त सामग्री का विश्लेषण किया जा रहा है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
ED ने 28 दिसंबर को लखमा को किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि इससे पहले ED ने 28 दिसंबर को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी के घर छापा मारा था। 15 जनवरी को लखमा को गिरफ्तार किया गया था। 21 जनवरी से लखमा रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। मामले में ED कवासी लखमा के खिलाफ 3773 पन्नों का चालान पेश कर चुकी है। चालान में बताया गया है कि पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी। यही नहीं उन्हें 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले को अंजाम देने वाले सिंडिकेट के प्रमुख बताया है। इसके साथ ही कवासी लखमा की शराब नीति में बदलाव करने में भी भूमिका अहम थी। इसके अलावा चालान में शराब दुकान में निरीक्षण करने से पहले आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति लेने का भी जिक्र है।
शराब घोटाले में ये हैं आरोपी
ED के चालान में बताया गया है कि शराब घोटाले में अब तक कुल 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।