Special Story

ACB-EOW का छापा : मोक्षित कारपोरेशन के ठिकानों पर टीम ने दी दबिश, रायपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में चल रही कार्रवाई

ACB-EOW का छापा : मोक्षित कारपोरेशन के ठिकानों पर टीम ने दी दबिश, रायपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में चल रही कार्रवाई

ShivJan 27, 20251 min read

रायपुर।  छत्‍तीगसढ़ मेडिकल कार्पोरेशन में हुई गड़बड़ी मामले में ईओडब्‍ल्‍यू-एसीबी…

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राम समदड़िया ने जागृति मंडल रायपुर में फहराया राष्ट्रध्वज

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राम समदड़िया ने जागृति मंडल रायपुर में फहराया राष्ट्रध्वज

ShivJan 27, 20251 min read

रायपुर।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प्रांत कार्यालय,जागृति मंडल पंडरी रायपुर मे…

नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण को उतारा मौत के घाट, पर्चा फेंक कर फैलाया दहशत

नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण को उतारा मौत के घाट, पर्चा फेंक कर फैलाया दहशत

ShivJan 27, 20252 min read

बीजापुर।  कोर नक्सल क्षेत्र बीजापुर के ग्राम केशामुंडी में नक्सलियों…

January 27, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

एसीबी ने राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथ पकड़ा, सीमांकन के एवज में किसान से ले रहा था 30 हजार की घूस…

सक्ती। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सक्ती जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक को 30 हजार रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. राजस्व निरीक्षक बद्री नारायण जांगड़े सीमांकन के एवज में किसान से जमीन सीमांकन के एवज में एक लाख रुपए की मांग की थी, जिसकी दूसरी किस्त लेते समय धरा गया. 

एसीबी की कार्रवाई की जद में आया आरआई बद्री नारायण जांगड़े सक्ती जिले के हसौद तहसील अंतर्गत आने वाले राजस्व मंड़ल कुटराबोर में पदस्थ है. हसौद तहसील अंतर्गत भातमाहुल निवासी भरत लाल चंद्रा ने अपने जमीन की सीमांकन के लिए आवेदन दिया था, जिसके लिए आरआई ने एक लाख रुपए की मांग की थी.

किसान पहली किस्त के तौर पर पचास हजार रुपए का भुगतान कर चुका था, जिसके बाद शेष पचास हजार के लिए आरआई किसान पर लगातार दबाव बना रहा था. परेशान किसान ने एसीबी से शिकायत की. जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद आरआई को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया गया.

तय प्लान के तहत किसान को कैमिकल लगे नोट के साथ राजस्व निरीक्षक के पास भेजा गया. सादे लिबास में एसीबी की टीम भी कार्यालय के आसपास में मौजूद रही. जैसे ही आरआई ने 30 हजार रुपए लिए, एसीबी की टीम ने उन्हें दबोच लिया. जांच की प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया.