हनीट्रैप में युवक को फंसाकर मांगी 17 लाख की फिरौती, 2 गिरफ़्तार

जांजगीर-चांपा। ज़िले में एक सनसनीखेज हनी ट्रैप और फिरौती मांगने का मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक को महिला के झांसे में फंसाकर अपहरण किया गया और उसके परिजनों से 17 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई। लेकिन पुलिस की तत्परता और सायबर सेल की सटीक कार्रवाई से आरोपी ज्यादा देर तक पुलिस की पकड़ से बाहर नहीं रह सके। पुलिस ने महज 6 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। इस घटना ने जिलेभर में हड़कंप मचा दिया है।
कैसे हुआ खुलासा?
12 जून 2025 को शाम करीब 7 बजे बसंतपुर निवासी बुधराम साहू ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि उसका बेटा किशन साहू घर से घूमने के लिए निकला था। लेकिन रात करीब 8 बजे किशन के मोबाइल से एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि किशन एक लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया है और उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है। आरोपियों ने युवक को छोड़ने के एवज में 17 लाख रुपये की मांग की और रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। फोन पर किशन की चीख-पुकार और मारपीट की आवाजें सुनाई दे रही थीं, जिससे उसके परिजनों में डर और बेचैनी फैल गई। उन्होंने तत्काल पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय के निर्देशन में और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में थाना जांजगीर और साइबर सेल की संयुक्त टीम बनाई गई। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पहरिया के आगे खेतों के बीच स्थित एक बोरवेल मकान में छापा मारा। यहां से अपहृत किशन को सकुशल बरामद कर लिया गया। छापेमारी के दौरान आरोपी अभय कुमार सूर्यवंशी, निवासी वार्ड नं. 11, कुलीपोटा थाना जांजगीर, को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने अपनी महिला साथी आयशा बेगम उर्फ अन्नू उर्फ अस्मिता साहू, निवासी वैगिनबंधान, भोजपुर चांपा, के साथ मिलकर किशन को हनी ट्रैप में फंसाया था। पहले वाट्सएप पर बातचीत कर उसे विश्वास में लिया गया और फिर सुनियोजित ढंग से अपहरण की साजिश को अंजाम दिया गया।
आरोपियों से बरामद सामान
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, दो स्कूटी और कई मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन मोबाइलों से मिले चैट, कॉल रिकॉर्ड और वीडियो क्लिपिंग्स को साक्ष्य के तौर पर जब्त किया गया है। इस प्रकरण में एक अन्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस ने विशेष टीम गठित कर दी है। उसके छिपने की संभावित जगहों पर लगातार दबिश दी जा रही है।
कानूनी कार्रवाई
दोनों गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना जांजगीर में धारा 140(2) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
एसपी ने की टीम की सराहना
इस त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय ने सायबर टीम और थाना जांजगीर पुलिस की सराहना की है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और जिले में कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाएगा।