Special Story

रायपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 209 गैस सिलेंडर जब्त

रायपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 209 गैस सिलेंडर जब्त

ShivApr 21, 20252 min read

रायपुर।  रायपुर पुलिस ने अवैध गैस सिलेंडर भंडारण के खिलाफ…

गृहमंत्री शाह से मुलाकात के लिए CM साय हुए रवाना, नए आपराधिक कानूनों और नक्सल उन्मूलन पर होगी अहम बैठक

गृहमंत्री शाह से मुलाकात के लिए CM साय हुए रवाना, नए आपराधिक कानूनों और नक्सल उन्मूलन पर होगी अहम बैठक

ShivApr 21, 20251 min read

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज दोपहर छत्तीसगढ़ सदन, नई दिल्ली…

खेलते-खेलते तलाब में डूबी दो बहनें, 1 की हुई मौत, दूसरी लड़ रही जिंदगी की जंग

खेलते-खेलते तलाब में डूबी दो बहनें, 1 की हुई मौत, दूसरी लड़ रही जिंदगी की जंग

ShivApr 21, 20251 min read

बिलासपुर।  न्यायधानी बिलासपुर में दो बच्ची खेलते-खेलते तालाब में डूब…

April 21, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

एक उम्मीद की कहानी: दिव्यांग कोमल लहरे का संघर्ष और नई शुरुआत

रायपुर।    संघर्ष की धरती पर उगता एक नया सूरज। यह कहानी है ग्राम सेरीखेड़ी के दिव्यांग कोमल लहरे की जो जीवन की हर कठिनाई का सामना कर अपने परिवार के लिए एक बेहतर कल की उम्मीद जगा रहे हैं।

दिव्यांग कोमल लहरे एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिनकी जीवनयापन का साधन गाँव के ही बाज़ार में आलू-प्याज बेचकर चलता था। लेकिन उनका जीवन हमेशा से इतना सरल नहीं था। कोमल 80 प्रतिशत दिव्यांगता के साथ जन्मे थे, और उनका हर दिन जीवन की चुनौतियों से लड़ते हुए गुजरता था। उनके परिवार में उनकी पत्नी भी दिव्यांग हैं और उनके दो मासूम बच्चे, जिनकी आँखों में सपने और दिल में उम्मीदों का बसेरा है।

जीवन की इस कठिनाई में दिव्यांग कोमल का हौसला कभी नहीं टूटा। अपनी दिव्यांगता को चुनौती मानकर उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन पैरों में लगे पहियों के बावजूद उनका सफर आसान नहीं था। कई बार जीवन की कठिनाइयों ने उन्हें थकाया लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

इस मार्मिक संघर्ष की कहानी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सामने मुख्यमंत्री जनदर्शन के दौरान आई। जनदर्शन कार्यक्रम में दिव्यांग कोमल की यह दास्तान सुनते ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बैटरी चलित मोटराइज्ड ट्राई साइकिल प्रदान किया। मुख्यमंत्री श्री साय के हाथों मिली इस ट्राई साइकिल ने कोमल के जीवन में एक नई उम्मीद की किरण जगाई है। अब वे अपने व्यवसाय को और भी बेहतर तरीके से कर सकेंगे और अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकेंगे।