विदेशी नागरिकों से बिटकॉइन में चलता था लेन-देन, 4 म्यूल अकाउंट होल्डर्स गिरफ्तार
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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। सायबर सेल और पेंड्रा-गौरेला थाना की संयुक्त टीम ने सायबर ठगी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार म्यूल अकाउंट होल्डर को गिरफ्तार किया है. कमीशन की लालच में ये आरोपी साइबर ठगों को बैंक खाते, एटीएम कार्ड और चेकबुक देते थे. आरोपियों के खाते में कई राज्यों में हुई साइबर ठगी से जुड़ी लगभग 50 लाख रुपये की ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले हैं. पुलिस की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं.
I4C के राष्ट्रीय पोर्टल SAMANVAYA से जीपीएम पुलिस को सायबर ठगी में उपयोग होने वाले खातों की जानकारी मिली. बिलासपुर रेंज आईजी डॉ. संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन और एसपी भावना गुप्ता के निर्देशन में साइबर सेल और थाना पेंड्रा-गौरेला की संयुक्त टीम गठित की गई. पुलिस की टीम ने इन संदिग्ध बैंक खातों की जांच की और आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर गिरफ्तारी की.
पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा
म्यूल अकाउंट मामले में पुलिस की जांच में कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपियों के अन्य राज्यों में सक्रिय साइबर अपराधियों से संबंध थे और ये गिरोह विदेशी नागरिकों के साथ बिटकॉइन के माध्यम से संदिग्ध वित्तीय लेन-देन में भी शामिल थे. इन आरोपियों के खातों में कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में हुई साइबर ठगी से जुड़ी लगभग 50 लाख रुपये की ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले हैं. इसके अलावा, आरोपियों ने क्षेत्र के अन्य युवाओं को भी कमीशन का लालच देकर दो दर्जन से अधिक बैंक खाते ठग गिरोहों तक पहुंचाए.
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इन आरोपियों के कुछ विदेशी नागरिकों के साथ भी संबंध थे और ये अवैध रूप से बिटकॉइन के माध्यम से लेन-देन कर रहे थे. इनके असम और गोवा में सक्रिय बड़े मनी म्यूल नेटवर्क से जुड़े होने के प्रमाण भी मिले हैं. आरोपियों के मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त कर लिए गए हैं, जिनकी तकनीकी जांच की जा रही है. आने वाले समय में एक बड़े साइबर ठगी नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है.
गिरफ्तार आरोपी
आशीष रजक (ज्योतिपुर, गौरेला)
अभिषेक शुक्ला (गौरेला)
करण कुमार साहू (पेंड्रा)
संतोष साहू (पेंड्रा)
इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 317(2), 317(4), 314, 61(1(2)) और 112 के तहत संगठित अपराध, ठगी से अर्जित संपत्ति के दुरुपयोग और साइबर अपराध की अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.