“शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में किया गया अतिथि व्याख्यान का आयोजन”- कैरियर निर्देशन एवं परामर्श के विषय पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
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रायपुर। शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में गाइडेंस काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ द्वारा कैरियर निर्देशन एवं परामर्श विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन शुक्रवार दिनांक 28 फरवरी 2025 को किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. दीपा दास (सहायक प्राध्यापक) के द्वारा कैरियर निर्माण से संबंधित तथा डॉ. भास्कर देवांगन द्वारा प्रशिक्षार्थियों को रिज्यूम, सीवी, बायोडाटा तथा साक्षात्कार से संबंधित विभिन्न जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत भाषण के दौरान CTE के व्याख्याता धारा बेन ने अतिथि का परिचय देते हुए उनकी उपलब्धियां एवं कार्यों से समस्त छात्र अध्यापकों को अवगत कराया। मुख्य अतिथि ने बताया की कोविड ने कैसे हमें शिक्षा को तथा स्वयं को देखने का एक बार पुनः नया दृष्टिकोण दिया है। उन्होंने युवल नवा फेरारी की किताब “21वीं सदी के लिए 21 पाठ” का जिक्र करते हुए बताया कि हमें सोचना कैसे है यह तरीका सीखना पड़ेगा। जिन्होंने अपने आप को अद्यतन किया है वहीं वर्तमान में स्वयं को सेवाओं तथा उद्यमों में स्थापित कर पाया है। प्राकृतिक आपदाओं का करियर काउंसलिंग से संबंधों पर चर्चा हुई। डॉ. दीपादास ने करियर तैयार दक्षता क्या है पर चर्चा की एवं बताया कि पहले के पढ़े-लिखे व्यक्ति में दक्षता का अभाव होता था किंतु अब NEP 2020 के अनुसार दक्षता पर विशेष ध्यान दिया गया है। भारत के NEP 2020 स्कूल शिक्षा नीति पूर्ण तरीके से अधिगम वातावरण का निर्माण करने वाली है जो खोज आधारित अधिगम को बढ़ावा देता है। आगे उन्होंने बताया कि माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को ध्यान में रखकर NEP 2020 छात्रों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है। करियर के क्षेत्र में आज भी मानव का महत्व बना हुआ है जबकि chat gpt एवं रोबोट जैसी तकनीक दुनिया भर में विख्यात हो चुकी है। समय के आधार पर करियर काउंसलिंग के तरीके में परिवर्तन हुआ है विशेष रूप से कोविड के बाद। उन्होंने आगे बताया कि मस्तिष्क आधारित करियर काउंसलिंग पर भविष्य में करियर के बेहतर विकल्प हैं। बाएं मस्तिष्क एवं दाएं मस्तिष्क की प्रभावशीलता एवं सक्रियता हेतु स्व-आकलन को महत्तवपूर्ण बताया तथा मस्तिष्क आधारित शक्ति व संबंधित करियर क्षेत्र पर चर्चा की गई। परंपरागत एवं आधुनिक करियर काउंसलिंग की भिन्नता पर बातें हुई। छात्रों को कैरियर निर्देशन देने के पहले कुछ बातों को समझने पर जोर दिया गया जैसे मूल्य, व्यक्तित्व, रुचि, अधिगम के तरीके आदि । डॉ.भास्कर देवांगन सर के द्वारा रिज्यूम, बायोडाटा, सीवी में अंतर तथा उन्हें आकर्षक और प्रभावी बनाने एवं साक्षात्कार हेतु कैसे तैयारी करनी चाहिए इस पर गहन चर्चा की गई। मुख्य अतिथियों के द्वारा किसी करियर के प्रति किसी की गंभीरता कितना महत्वपूर्ण है इसे कहानी के माध्यम से बताने का प्रयास किया गया और कार्यक्रम के अंत में छात्र अध्यापकों के सवालों के जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया।
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कार्यक्रम में प्रकोष्ठ अध्यक्ष धारा बेन, लिंक अधिकारी डॉ स्वीटी चंद्राकर, प्लेसमेंट प्रभारी शेष शुभ वैष्णव, डॉक्टर सीमा अग्रवाल, अनुपमा अंबष्ट, रुखमणी सोनी एवं डॉ भावना बैरागी उपस्थित थे।