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मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने किया सेवा भारतीय मातृ छाया शिशु गृह का निरीक्षण

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ShivJun 8, 20252 min read

बिलासपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बिलासपुर…

मजदूर हत्याकांड का खुलासा, स्टील फैक्ट्री में मिली थी लाश

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ShivJun 8, 20252 min read

राजनांदगांव। सोमनी के टेड़ेसरा में मौजूद पीएस स्टील फैक्ट्री में…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं मंत्रिमंडल का दो दिवसीय चिंतन शिविर 2.0 आईआईएम रायपुर में शुरू

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ShivJun 8, 20251 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मिले साहित्य अकादमी दिल्ली के अध्यक्ष माधव कौशिक

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ShivJun 8, 20251 min read

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से साहित्य अकादमी दिल्ली के अध्यक्ष…

June 8, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों के ऐलान के बाद बवाल, नाराज कार्यकर्ताओं ने टिकट प्रभारी और PCC चीफ के खिलाफ की जमकर नारेबाजी, फुंका पुतला

गरियाबंद। कांग्रेस ने नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर सोमवार को गरियाबंद नगर पालिका के 15 वार्डों में अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया, जिसके बाद अब कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया है। टिकट काटने से नाराज कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि उन्होंने टिकट प्रभारी मनोज कंदोई और पीसीसी चीफ दीपक बैज के खिलाफ जमकर नारे लगाए और कार्यालय के बाहर उनका पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया।

जानकारी के मुताबिक, कार्यकर्ताओं का आरोप है कि टिकट के ऐलान से पहले कई दौरों की बैठक के बाद सभी वार्डों में प्रत्याशियों के नामों पर सहमति बनी थी। संतोषी मंदिर वार्ड 2 से घनश्याम यादव, नया तालाब वार्ड 4 से गीता जगत और गोवर्धन वार्ड 12 से पुनाराम यादव का नाम तय किया गया था, लेकिन जब सूची जारी की गई तो उसमें इन तीनों का नाम गायब था।

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गौरतलब है कि कांग्रेस में विवाद और हंगामे की घटनाएं नई नहीं हैं। सत्ता में रहते हुए भी पार्टी के भीतर इस प्रकार के विवाद समय-समय पर सामने आते रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों के दौरान भी ऐसी ही स्थिति बनी थी, जब कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। फिलहाल पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती नाराज कार्यकर्ताओं को शांत करना और एकजुटता बनाए रखना है। आगामी चुनावों में पार्टी की छवि को इस तरह के घटनाक्रमों से नुकसान हो सकता है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस नेतृत्व इस असंतोष को कैसे संभालता है।

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