Special Story

खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन पर प्रशासन सख्त

खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन पर प्रशासन सख्त

ShivJun 17, 20252 min read

बलौदाबाजार। कलेक्टर दीपक सोनी की अध्यक्षता में मंगलवार क़ो संयुक्त…

मुख्यमंत्री ने परिवहन सुरक्षा बेड़े में शामिल 48 वाहनों को झंडी दिखाकर किया रवाना

मुख्यमंत्री ने परिवहन सुरक्षा बेड़े में शामिल 48 वाहनों को झंडी दिखाकर किया रवाना

ShivJun 17, 20252 min read

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि हमारी…

June 17, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्योगपतियों के साथ की राउंड टेबल कांफ्रेंस

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उद्योगपतियों से राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में कहा कि मध्यप्रदेश अपार संभावनाओं का क्षेत्र है। यहाँ उद्योगों के लिए सभी तरह की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। आइये प्रदेश में निवेश कीजिए, प्रदेश आपका स्वागत करता है। आपके उद्योग लगाने में आपको हर प्रकार से सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। स्टार्टअप्स प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि हमारा प्रयास प्रदेश के युवाओं के भविष्य को उज्ज्वल बनाने का है। स्टार्टअप हमारे लिए मददगार साबित होंगे एवं प्रदेश की बौद्धिक संपदा और क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। चर्चा में जल संसाधन एवं प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, वन मंत्री रामनिवास रावत, नवीनीकरण ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला एवं भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार स्टार्ट अप को भरपूर सहयोग प्रदान कर रही हैं। हम प्रदेश में आयुर्वेद को बढ़ाने के लिए भी योजना लाने वाले हैं । अभी तक प्रदेश में 5 इंस्टिट्यूट ऐसे है जो कि शासकीय हैं। हमारा संकल्प है कि इनकी संख्या 13 तक पहुँच जाये। वनांचल बेल्ट जो औषधियों से भरपूर क्षेत्र है जिसे सरकार पूरी तत्परता से प्रोत्साहित कर रही है एवं इसके विकास से प्रदेश की जनता को रोजगार मिलेगा एवं वनवासियों की बौद्धिक संपदा और क्षेत्रीय भाषा का हमें सहयोग प्राप्त होगा। अनुसूचित जनजाति को मुख्य धारा में लाने के लिये यह जरूरी है कि वन औषधियों से संबंधित उद्योगों को बढ़ावा देने से उनको रोजगार मिलेगा एवं औषधियों को उचित दाम मिले, इसका सरकार प्रयास करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लेदर एवं फुटवियर से संबंधित उद्यमियों से चर्चा करते हुए कहा कि हमें सिंथेटिक लेदर को बढ़ावा देना होगा। ग्वालियर एवं मुरैना में भी रोज़गारपरक लेदर इंडस्ट्रीज़ को बढ़ावा दिया जायेगा। हमने कई इंडस्ट्रियल पार्क बनाये हैं, सभी उद्योगपति उनमें बेझिझक निवेश करें।

पीसीबी की राउंड टेबल कांफ्रेंस में चर्चा हुई कि ईएसडीएम इंडस्ट्रीज़ को बढ़ावा दिया जाये एवं प्रदेश को इंटीग्रेटेड सर्किट, मैन्यूफ़ैक्चरिंग एवं सेमीकंडक्टर में आत्मनिर्भर बनाया जाये। पीसीबी से संबंधित उद्योगों के लिए मध्यप्रदेश में सभी ज़रूरी संसाधन बिजली, पानी उपलब्ध हैं एवं ग्वालियर का दिल्ली के पास होना यहाँ इस उद्योग के विकास के लिये लाभकर सिद्ध होगा। राउंड टेबल बैठक के उद्देश्य ग्वालियर को एक उभरते स्टार्टअप हब के रूप में उजागर, आपसी सहयोग को बढ़ावा, चुनौतियों और अवसरों की पहचान, शासकीय सहायता, निवेश रुचि उत्पन्न करना था।

राउंड टेबल कांफ्रेस में प्रमुख सचिव संजय दुबे एवं प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह भी उपस्थित थे। श्री दुबे ने कहा कि पीसीबी मैन्यूफ़ैक्चरिंग उद्योगों को बढ़ावा मिलने से और भी उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा हम उद्यमियों को हर संभव सहायता एवं इंसेंटिव देने को तैयार है एवं सरकार की सारी योजनाएँ भी इसी ओर केंद्रित हैं।