उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मल्टी-विलेज जलप्रदाय योजना और सड़क निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण
रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मंगलवार को अपने रायगढ़ प्रवास के दौरान विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत भेलवाटिकरा संबलपुरी मल्टी-विलेज जलप्रदाय योजना के तहत निर्माणाधीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने रायगढ़-पूंजीपथरा-घरघोड़ा-धरमजयगढ़ मार्ग के निर्माण कार्य को भी देखा।
उप मुख्यमंत्री श्री साव को भेलवाटिकरा संबलपुरी मल्टी-विलेज जलप्रदाय योजना के तहत निर्माणाधीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आसपास के 29 गांवो में जलापूर्ति के लिए यह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है। इसके लिए रॉ वॉटर केलो डैम से लाकर उसका ट्रीटमेंट किया जाएगा। श्री साव ने कार्यस्थल पर अधिकारियों से वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की कार्यविधि की जानकारी ली। उन्होंने निर्धारित समयावधि में योजना के सभी कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने केलो डैम के इंटेकवेल का भी निरीक्षण किया जहां से ट्रीटमेंट प्लांट में पानी सप्लाई किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इंटेकवेल के बेस का कार्य पूर्ण हो चुका है। अब ऊपरी हिस्सों का काम शुरू किया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने रायगढ़-पूंजीपथरा-घरघोडा-धरमजयगढ़ मार्ग के निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण कर अन्य निर्माणाधीन कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने जिले में चल रहे सभी कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने एवं सतत् फील्ड निरीक्षण कर काम पूर्ण करने के निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रायगढ़-पूंजीपथरा-घरघोड़ा-धरमजयगढ़ मार्ग में 56 किलोमीटर का कार्य किया जा रहा है। कुछ स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं जो एक सप्ताह में पूर्ण हो जाएगा।
श्री साव को अधिकारियों ने बताया कि खरसिया-धरमजयगढ़ मार्ग में 91 किलोमीटर का कार्य प्रगति पर है जिसका 42 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। उप मुख्यमंत्री श्री साव के कार्यस्थलों के निरीक्षण के दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के बिलासपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता संजय सिंह, कार्यपालन अभियंता परीक्षित चौधरी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता अमित कश्यप और एसडीओ मुरारी सिंह नायक सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।