5 माइक्रोफाइनेंसिंग बैंकों को किया गया सील, 6 एजेंटों के खिलाफ FIR दर्ज, लोन रिकवरी के नाम पर महिलाओं को करते थे प्रताड़ित

कोरबा। जिले में माइक्रोफाइनेंसिंग बैंकों और लोन रिकवरी एजेंटों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. माइक्रोफाइनेंस बैंकों के एजेंट लोन की रिकवरी के लिए महिलाओं को प्रताड़ित करते थे, जिसकी शिकायत प्रशासन से की गई थी. जिसके बाद आज 4 माइक्रोफाइनेंसिंग बैंकों को दलबल के साथ सील किया गया. साथ ही 6 लोन रिवकरी एजेंटों के खिलाफ अलग-अलग थानों में FIR दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, फ्लोरा माइक्रोफाइनेंस सहित अन्य बैंक से महिलाओं ने ऋण लिया, जिसकी रिकवरी के लिए एजेंट महिलों के घर जाकर वसूली के नाम प्रताड़ित करने का काम करते थे. इसकी शिकायत के बाद आज माइक्रोफाइनेंस के रिकवरी एजेंटों के विरूद्ध करतला में 2, कटघोरा में 1, उरगा में 1, रजगामार में 1 और पाली में 1, कुल 6 एफआईआर दर्ज की गई है.
बैंकों को किया गया सील
कटघोरा एसडीएम ने बताया कि वित्तीय अनियमितता के संबंध में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थी. स्पंदन बैंक नवागांव कटघोरा के एजेंट प्रताप रूद्र शरण (22) ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार और अवैध वसूली करते पाया गया. सभी शिकायतों की जांच के संबंध में अनुविभाग कटघोरा, कोरबा जिला में इन संचालित माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कार्यालय को दल-बल के साथ सील किया गया-
– एलएनटी बैंक, कटघोरा
– अन्नपूर्णा बैंक, दीपका
– सीसस बैंक, दीपका
– नैफिस बैंक, कटघोरा
– स्पंदना बैंक, नवागांव