पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत, जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के बाद सबसे बड़ा हमला, PM मोदी सऊदी अरब का दौरा छोड़ स्वदेश लौटे

जम्मू कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई है। दर्जन भर से ज्यादा लोग इस हमले में घायल भी हुए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पहलगाम के बैसारन घाटी इलाके मंगलवार दोपहर 2.45 सेना की वर्दी पहने हुए दो आतंकवादी पहुंचे। आतंकियों ने वहां मौजूद लोगों ने धर्म पूछा और टारगेट किलिंग करते चले गए। आतंकवादियों ने इस दौरान 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंट फ्रंट यानी TRF ने ली है। मरने वालों में यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं। इनके अलावा एक नेपाल और एक यूएई के टूरिस्ट और दो लोकल भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर में 2019 के पुलवामा अटैक के बाद ये सबसे बड़ा हमला है। तब सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। पहलगाम अटैक के बाद देश के अन्य शहरों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
इधर पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सऊदी अरब यात्रा को बीच में ही छोड़कर वापस भारत आ गए हैं। वो आज अल सुबह दिल्ली पहुंचे।

आतंकियों के खिलाफ आज बड़ा ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। NIA की टीमें दिल्ली और जम्मू से रवाना हो रही है। फॉरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंचेगी। आर्मी, सीआरपीएफ, एसओजी, जम्मू पुलिस ने पूरे इलाके को घेर रखा है। हेलीकॉप्टर और ड्रोन का इस्तेमाल कर आतंकियों की तलाश की जा रही है। पहलगाम में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन खत्म होने का बाद एनआईए की टीम लोकेशन पर पहुंचेगी। वहीं, पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के शवों को पहलगाम हॉस्पिटल से श्रीनगर भेजा गया है।
‘पुलिस की वर्दी में थे आतंकी…’
पहलगाम में हमले के वक्त आतंकियों ने नकली वर्दी पहनी हुई थी, इसलिए शुरुआत में किसी भी पर्यटक को उन पर शक नहीं हुआ। हालांकि थोड़ी देर बाद ही, जब उन्होंने हिंदू पर्यटकों की पहचान पूछ कर उन पर फायरिंग शुरू कर दी, तो मौके पर भगदड़ मच गई। आतंकियों ने जानबूझकर ऐसे हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जो अपनी पत्नी या परिवार के साथ आए थे। इस आतंकी हमले की तस्वीरें और वीडियो बहुत भयानक हैं। इस वीडियो में जिन महिलाओं के पतियों पर आतंकवादी हमला हुआ है, वो रोती और बिलखती हुई दिख रही हैं। महाराष्ट्र के पुणे से पहलगाम घूमने आईं आसावरी ने आजतक के साथ बातचीत में कहा, ‘आतंकी लोकल पुलिस की वर्दी में थे और मास्क भी पहने हुए थे। हमलावरों ने सिर्फ पुरुषों को निशाना बनाया और खास तौर पर हिंदुओं से जबरन कलमा पढ़वाने की कोशिश की। जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई।

इंडिगो ने जारी की ट्रैवल एडवाइजरी
इधर जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले को देखते हुए इंडिगो ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। एयरलाइन ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “श्रीनगर में उभरती स्थिति को देखते हुए, हम श्रीनगर और जम्मू से यात्रा करने वाले लोगों को उनकी यात्रा योजनाओं में किसी भी मुश्किल से निपटने में सहायता करने के लिए तैयार हैं। पोस्ट में आगे कहा गया, “हमने सफर के लिए फिर से योजना बनाने और रद्द करने के लिए छूट को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है, जो 22 अप्रैल को या उससे पहले की गई बुकिंग पर लागू है। इसके अलावा, हम आज, 23 अप्रैल को श्रीनगर से और श्रीनगर के लिए दो फ्लाइट्स ऑपरेट कर रहे हैं, जिनमें से एक दिल्ली और मुंबई से है।
अमरनाथ यात्रा के लिए अहम है पहलगाम रूट
3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू होनी है, जो 9 अगस्त तक चलेगी। यात्रा के लिए पहलगाम रूट अहम है। इस रूट से गुफा तक पहुंचने में 3 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है। यात्रा में खड़ी चढ़ाई नहीं है। पहलगाम से पहला पड़ाव चंदनवाड़ी है। ये बेस कैंप से 16 किमी दूर है। यहां से चढ़ाई शुरू होती है। तीन किमी चढ़ाई के बाद यात्रा पिस्सू टॉप पर पहुंचती है। यहां से पैदल चलते हुए शाम तक यात्रा शेषनाग पहुंचती है। ये सफर करीब 9 किमी का है। अगले दिन शेषनाग से यात्री पंचतरणी जाते हैं। ये शेषनाग से करीब 14 किमी है। पंचतरणी से गुफा सिर्फ 6 किमी रह जाती है।